यूँ ही नहीं कहा जाता बीकानेर को छोटी काशी
बीकानेर, 22 अक्टूबर। श्रीमती सीएम मूंधड़ा मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बनाई जा रही मेडिसिन विंग देखकर शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर अभिभूत हो गए। उन्होंने यहां की दानशीलता की प्रवृत्ति को अनुकरणीय बताया और कहा कि ट्रस्ट द्वारा बनाई जा रही यह अस्पताल आमजन के लिए बेहद लाभदायक साबित होगी। ट्रस्ट के इस कार्य को आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी।
शिक्षा मंत्री ने सोमवार देर शाम इसका अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि मूंधड़ा परिवार का जन्मभूमि से इतना लगाव अभिभूत करने वाला है। कमाई का इतना बड़ा हिस्सा जन हितार्थ लगाना प्रेरणादाई है। उन्होंने कहा कि लगभग 100 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाली यह अस्पताल मूंधड़ा ट्रस्ट को अमर कर देगी। उन्होंने निर्माणाधीन भवन का अवलोकन किया और इसे बनाने की आधुनिक तकनीक की सराहना की।
मूंधड़ा ट्रस्ट के ट्रस्टी श्रीकिशन मूंधड़ा ने बताया कि ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी कन्हैयालाल मूंधड़ा की भावना है कि अर्जित धन का बड़ा हिस्सा जनहित में लगाया जाए। ट्रस्ट इसी परिकल्पना के आधार पर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य शिक्षा एवं चिकित्सा जैसे महत्त्वपूर्ण प्रकल्पों के सुदृढ़ीकरण में सहयोग करना है। उन्होंने कहा कि उनका संकल्प रहेगा कि यह अस्पताल सुरक्षा एवं साफ-सफाई की दृष्टि से राज्य में अपनी विशेष पहचान बनाए। उन्होंने कहा कि मेडिसिन विंग का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। जनहित में जल्द ही इसे सरकार को सौंप दिया जाएगा।
ट्रस्ट प्रतिनिधि और जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष श्री द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि दूर दृष्टा महाराजा गंगासिंह ने पीबीएम अस्पताल के लिए इतनी विशाल भूमि दी। इसी कारण आज लगभग एक सदी बाद भी इसका विस्तार हो रहा है। उन्होंने कहा कि बीकानेर के दानदाताओं ने शहर को नई पहचान दिलाई है।
सौ करोड़ की लागत से बनेगा 480 बैड का मेडिसिन विंग
श्री पचीसिया ने बताया कि अस्पताल में महाराजा गंगासिंह, महाराजा सादुल सिंह एवं प्रिंस विजय सिंह की हस्त निर्मित मूर्तियाँ बनवाई गई हैं। साथ ही दीवारों पर भगवान धन्वंतरी की मूर्ति के साथ अन्य मूर्तियां उकेरी गई हैं। निर्माणाधीन अस्पताल भवन में 100 करोड़ रुपए से भी अधिक लागत से 480 बैड का मेडिसिन विंग, कोटेज, रोगी वार्ड, आईसीयू, आईसोलेशन वार्ड, ट्रेनिंग हॉल, डॉक्टर्स चेंबर, बेसमेंट कार पार्किंग, 4 लिफ्ट, 4 सीढियां, रेम्प, 4.5 लाख लीटर का अंडरग्राऊंड वाटर टेंक, 2 लाख लीटर का ओवर हेड वाटर टेंक, फायर फाइटिंग सिस्टम, जेनरेटर सेट रूम, रोगियों के परिजनों के लिए वेटिंग एरिया व केन्टीन का निर्माण करवाया जाएगा। मरीज के साथ आने वाले परिजनों के बैठने व सोने के लिए साइड बैड भी बनाए जाएंगे।
इस अवसर पर श्यामसुन्दर सोनी, नरेश मित्तल, अनंतवीर जैन, विनोद जोशी, पिंटू राठी, बनवारीलाल शर्मा, अखिलेश प्रताप सिंह, अनिल शुक्ला, कुंभ नाथ सिद्ध, शैलेंद्र यादव, डॉ. जितेन्द्र आचार्य, रघुराम आदि मौजूद रहे।
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